बिहार के बक्सर जिले में पर्यावरण संरक्षण और मातृत्व के सम्मान में रविवार, 3 अगस्त 2025 को वामन ग्लोबल फाउंडेशन ने “एक पेड़ माँ के नाम” अभियान के तहत एक वृहद पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया। यह आयोजन अमृत हरित महाभियान महोत्सव के अंतर्गत वामन भगवान मंदिर परिसर में हुआ, जहां 5 पौधों का रोपण किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य पर्यावरण को स्वच्छ रखना, ग्लोबल वार्मिंग से निपटना और माताओं के प्रति सम्मान व्यक्त करना है। यह अभियान न केवल पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देता है, बल्कि लोगों को प्रकृति के प्रति जिम्मेदारी निभाने के लिए प्रेरित भी करता है।

पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन
वामन ग्लोबल फाउंडेशन ने बक्सर के वामन भगवान मंदिर परिसर में “एक पेड़ माँ के नाम” अभियान के तहत 5 पौधों का रोपण किया। इस कार्यक्रम में नीम, पीपल, आंवला, जामुन और आम जैसे छायादार और फलदार पौधे लगाए गए। आयोजन में स्थानीय लोग, स्वयंसेवक और संगठन के सदस्य उत्साहपूर्वक शामिल हुए। सभी ने पौधों की सुरक्षा और देखभाल की शपथ ली ताकि ये पौधे बड़े होकर पर्यावरण संतुलन में योगदान दे सकें।
इस अभियान को देशभर में व्यापक समर्थन मिल रहा है। 5 जून 2025 को विश्व पर्यावरण दिवस पर शुरू हुए “एक पेड़ माँ के नाम 2.0” अभियान के तहत देशभर में अब तक 5 लाख से ज्यादा पेड़ लगाए जा चुके हैं, और मार्च 2026 तक 140 करोड़ पेड़ लगाने का लक्ष्य है। बक्सर में वामन ग्लोबल फाउंडेशन का यह प्रयास इस राष्ट्रीय मिशन का हिस्सा है।
पर्यावरण और मातृत्व का सम्मान
कार्यक्रम में वामन ग्लोबल फाउंडेशन के प्रमुख सदस्यों ने पर्यावरण संरक्षण और पौधारोपण के महत्व पर जोर दिया। संगठन के अध्यक्ष ने कहा कि पेड़ हमारी संस्कृति का अभिन्न हिस्सा हैं और स्वच्छ पर्यावरण के लिए जरूरी हैं। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे न केवल पेड़ लगाएं, बल्कि उनकी देखभाल भी करें ताकि पर्यावरण स्वच्छ और बीमारियों से मुक्त रहे। संगठन के कोषाध्यक्ष ने बताया कि प्राकृतिक आपदाओं को कम करने के लिए पौधारोपण अनिवार्य है। प्रत्येक नागरिक को कम से कम एक पेड़ लगाकर प्रकृति को बचाने में योगदान देना चाहिए।

स्थानीय वार्ड पार्षद दीपक सिंह ने कहा कि पेड़-पौधे प्रदूषण को रोकने का सबसे प्रभावी तरीका हैं। ये न केवल फल और छाया देते हैं, बल्कि औषधीय गुणों से भी युक्त होते हैं। एक अन्य वक्ता ने पेड़ों को धरती का अनमोल आभूषण बताया और कहा कि इनके बिना मानव जीवन संभव नहीं है। सभी ने एक स्वर में लोगों से पौधारोपण और उसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी लेने का आह्वान किया।
“एक पेड़ माँ के नाम” अभियान का महत्व
“एक पेड़ माँ के नाम” अभियान भारत सरकार की एक अनूठी पहल है, जिसे विश्व पर्यावरण दिवस 2025 पर शुरू किया गया। इस अभियान का उद्देश्य माताओं के प्रति सम्मान व्यक्त करते हुए पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देना है। पेड़ और माँ, दोनों ही जीवन का आधार हैं, और यह अभियान इन दोनों को जोड़कर लोगों में जागरूकता फैलाता है। बक्सर में वामन ग्लोबल फाउंडेशन ने इस अभियान को स्थानीय स्तर पर अपनाकर एक मिसाल कायम की है।
इस अभियान के तहत देशभर में स्कूल, कॉलेज, सरकारी कार्यालय, पुलिस विभाग, रक्षा मंत्रालय, और सामुदायिक संगठन सक्रिय रूप से पौधारोपण कर रहे हैं। बक्सर में यह आयोजन स्थानीय समुदाय को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने और सामूहिक भागीदारी को प्रोत्साहित करने का एक शानदार प्रयास है।
स्थानीय समुदाय की भागीदारी
वामन भगवान मंदिर परिसर में आयोजित इस कार्यक्रम में स्थानीय समुदाय ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। बच्चों, युवाओं और बुजुर्गों ने मिलकर पौधे लगाए और उनकी देखभाल की जिम्मेदारी ली। आयोजन में शामिल लोगों ने न केवल पौधारोपण किया, बल्कि पर्यावरण संरक्षण और प्राकृतिक आपदाओं से बचाव के लिए जागरूकता भी फैलाई।
स्थानीय लोगों ने इस पहल की सराहना की और इसे पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। एक स्थानीय निवासी ने कहा, “यह अभियान हमें अपनी माँ और प्रकृति दोनों के प्रति जिम्मेदारी सिखाता है। हम सबको मिलकर इसे सफल बनाना चाहिए।”
पर्यावरण संरक्षण के लिए सुझाव
वामन ग्लोबल फाउंडेशन ने लोगों से निम्नलिखित कदम उठाने की अपील की है:
- पौधारोपण करें: प्रत्येक व्यक्ति कम से कम एक पेड़ अपनी माँ के नाम पर लगाए।
- पौधों की देखभाल: रोपे गए पौधों को नियमित पानी दें और उनकी सुरक्षा करें।
- जागरूकता फैलाएं: अपने परिवार, दोस्तों और पड़ोसियों को इस अभियान से जोड़ें।
- स्थानीय संसाधनों का उपयोग: वन विभाग और उद्यानिकी विभाग से मुफ्त पौधे प्राप्त करें।
- प्रदूषण रोकें: प्लास्टिक का उपयोग कम करें और पर्यावरण को स्वच्छ रखें।
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बक्सर में पर्यावरण की स्थिति
बक्सर में गंगा नदी के किनारे बसे होने के कारण पर्यावरण संरक्षण बेहद जरूरी है। हाल ही में गंगा के जलस्तर में वृद्धि और बाढ़ की स्थिति ने स्थानीय लोगों को प्रकृति के महत्व को और समझाया है। पौधारोपण न केवल मिट्टी के कटाव को रोकता है, बल्कि बाढ़ और प्रदूषण जैसी समस्याओं को भी कम करता है। वामन ग्लोबल फाउंडेशन का यह प्रयास बक्सर को हरा-भरा और स्वच्छ बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
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“एक पेड़ माँ के नाम” अभियान के तहत बक्सर में वामन ग्लोबल फाउंडेशन द्वारा आयोजित पौधारोपण कार्यक्रम पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम है। वामन भगवान मंदिर परिसर में 5 पौधों का रोपण और स्थानीय समुदाय की भागीदारी इस अभियान की सफलता को दर्शाती है। यह आयोजन न केवल पर्यावरण को स्वच्छ रखने में मदद करेगा, बल्कि माताओं के प्रति सम्मान और प्रकृति के प्रति जिम्मेदारी को भी बढ़ावा देगा। बक्सर के लोग इस अभियान से प्रेरित होकर और पेड़ लगाएं और उनकी देखभाल करें, ताकि आने वाली पीढ़ियों को स्वच्छ और हरा-भरा पर्यावरण मिले।
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