प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार, 13 मई 2025 को पंजाब के जालंधर स्थित आदमपुर एयरबेस का दौरा किया और भारतीय वायुसेना के जवानों से मुलाकात की। इस दौरे के दौरान उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर में वायुसेना की महत्वपूर्ण भूमिका की सराहना की और पाकिस्तान के उस झूठे दावे का खंडन किया, जिसमें कहा गया था कि आदमपुर एयरबेस को नष्ट कर दिया गया। पीएम मोदी ने अपने इस दौरे को एक “विशेष अनुभव” बताया और कहा कि भारत अपने सशस्त्र बलों के प्रति हमेशा आभारी रहेगा।
पीएम मोदी का आदमपुर दौरा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM MODI) सुबह 7 बजे दिल्ली के पालम एयरपोर्ट से रवाना होकर आदमपुर एयरबेस पहुंचे। उनके साथ वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए.पी. सिंह भी मौजूद थे। करीब एक घंटे तक चले इस दौरे में पीएम ने वायुसेना के पायलटों, तकनीकी स्टाफ, और सैनिकों से संवाद किया। उन्होंने जवानों से ऑपरेशन सिंदूर और उसके बाद की कार्रवाइयों के बारे में जानकारी ली। पीएम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर तस्वीरें साझा करते हुए लिखा…
“आज सुबह मैं एएफएस आदमपुर गया और हमारे बहादुर वायु योद्धाओं और सैनिकों से मिला। साहस, दृढ़ संकल्प और निडरता के प्रतीक लोगों के साथ रहना एक बहुत ही खास अनुभव था।”
ऑपरेशन सिंदूर और वायुसेना की भूमिका
ऑपरेशन सिंदूर, जो 6-7 मई 2025 को शुरू हुआ, भारत की ओर से जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में लॉन्च किया गया था। इस ऑपरेशन में भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट किया, जिसमें जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा, और हिजबुल मुजाहिदीन के कैंप शामिल थे। इस ऑपरेशन में 100 से अधिक आतंकियों को मार गिराया गया। आदमपुर एयरबेस इस ऑपरेशन में सक्रिय था और इसने तेजी से जवाबी कार्रवाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

पाकिस्तान के झूठे दावों का खंडन
पाकिस्तान ने दावा किया था कि उसके जेएफ-17 फाइटर जेट्स से दागी गई हाइपरसोनिक मिसाइलों ने आदमपुर में भारत की S-400 एयर डिफेंस सिस्टम को नष्ट कर दिया। हालांकि, पीएम मोदी का दौरा और उनके द्वारा साझा की गई तस्वीरें, जिनमें मिग-29 जेट और S-400 सिस्टम बरकरार दिखाई दे रहे हैं, ने इन दावों को पूरी तरह खारिज कर दिया। इंडिया टुडे की ओपन-सोर्स इंटेलिजेंस (OSINT) टीम ने भी सैटेलाइट इमेज के आधार पर पुष्टि की कि आदमपुर सहित अन्य भारतीय एयरबेस को कोई नुकसान नहीं हुआ।
आदमपुर एयरबेस का रणनीतिक महत्व
आदमपुर एयरबेस, जो पंजाब के जालंधर जिले में स्थित है, भारत का दूसरा सबसे बड़ा वायुसेना बेस है। यह पाकिस्तान सीमा से मात्र 100 किलोमीटर की दूरी पर होने के कारण रणनीतिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण है। यह बेस मिग-29 और सुखोई-30 एमकेआई जैसे अत्याधुनिक लड़ाकू विमानों का घर है और इसमें S-400 एयर डिफेंस सिस्टम भी तैनात है। यह बेस पंजाब, जम्मू-कश्मीर, और राजस्थान जैसे राज्यों की हवाई सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
जवानों का उत्साह
पीएम मोदी (PM MODI) के दौरे से आदमपुर एयरबेस पर तैनात जवानों का उत्साह चरम पर था। जवानों ने “भारत माता की जय” और “वंदे मातरम” के नारे लगाए। जवानों ने इस मुलाकात को मनोबल बढ़ाने वाला बताया। पीएम ने जवानों के साथ तस्वीरें खिंचवाईं और उनकी बहादुरी की सराहना की। सोशल मीडिया पर भी लोगों ने पीएम के इस दौरे की तारीफ की, इसे पाकिस्तान की प्रोपेगेंडा के खिलाफ एक करारा जवाब बताया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM MODI) का आदमपुर एयरबेस दौरा न केवल भारतीय वायुसेना के जवानों के प्रति देश के सम्मान को दर्शाता है, बल्कि पाकिस्तान के झूठे प्रचार को भी बेनकाब करता है। ऑपरेशन सिंदूर की सफलता और आदमपुर एयरबेस की अक्षुण्ण स्थिति ने भारत की सैन्य ताकत और रणनीतिक दृढ़ता को विश्व के सामने प्रदर्शित किया। पीएम का यह दौरा जवानों के मनोबल को और मजबूत करने के साथ-साथ देशवासियों में गर्व की भावना जगा रहा है।
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