पटना के बहुचर्चित पारस अस्पताल में गुरुवार सुबह हुई सनसनीखेज गोलीबारी की घटना ने पूरे राज्य को हिलाकर रख दिया। कुख्यात अपराधी चंदन मिश्रा की दिनदहाड़े हत्या के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने हत्याकांड में शामिल पांच शूटरों की पहचान कर ली है, जिनमें मुख्य शूटर और मास्टरमाइंड तौसीफ बादशाह है। इस घटना ने बिहार की कानून-व्यवस्था पर फिर से सवाल उठाए हैं। आइए, इस मामले की पूरी कहानी को विस्तार से जानते हैं।

दिनदहाड़े वारदात का मंजर
17 जुलाई 2025 की सुबह पटना के कंकड़बाग स्थित पारस अस्पताल में पांच हथियारबंद अपराधी बेखौफ होकर घुसे। सीसीटीवी फुटेज में साफ दिखाई देता है कि सभी शूटर चेहरा ढंकने की जहमत नहीं उठाई और सीधे वार्ड में पहुंचे। वहां भर्ती चंदन मिश्रा पर उन्होंने ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं। हत्या के बाद अपराधी आराम से अस्पताल से निकलकर फरार हो गए। स्थानीय निवासी रमेश शर्मा कहते हैं, “हमने गोलियों की आवाज सुनी और दौड़कर देखा, लोग घबराए हुए थे। यह देखकर मन डर गया।”
सीसीटीवी में कैद अपराधियों के चेहरे
अस्पताल के सीसीटीवी कैमरों में पांचों शूटरों के चेहरे स्पष्ट रूप से कैद हुए हैं। चार शूटर टोपी पहने थे, लेकिन किसी ने भी चेहरा नहीं छिपाया, जो उनके बुलंद हौसले को दर्शाता है। एक बुजुर्ग, रामबली यादव, कहते हैं, “अगर अपराधी इतने बेखौफ हैं, तो आम आदमी की सुरक्षा कौन करेगा?” यह घटना बिहार में कानून-व्यवस्था की कमजोरी को उजागर करती है।
तौसीफ बादशाह: मुख्य शूटर और मास्टरमाइंड
पुलिस सूत्रों के अनुसार, शूटआउट का नेतृत्व तौसीफ बादशाह ने किया, जो घटना के समय सफेद प्रिंटेड शर्ट और नीली जींस में था। तौसीफ न केवल एक कुख्यात अपराधी है, बल्कि जमीन की दलाली के साथ सुपारी किलिंग में भी लिप्त है। स्थानीय व्यापारी अजय कुमार कहते हैं, “हमने सुना है कि तौसीफ जमीन के विवाद सुलझाने के नाम पर हत्या करवाता है। यह डरावना है।” पुलिस को शक है कि चंदन मिश्रा की हत्या भी सुपारी किलिंग का हिस्सा हो सकती है।
यह भी पढ़ें
- बक्सर में धूमधाम से नामांकन: मुन्ना तिवारी और विश्वनाथ राम ने ली महागठबंधन की सौगात, विशाल सभा में गूंजा सेवा का संकल्प
- बक्सर का तनिष्क ज्योति चौक चमक उठा: धनतेरस-दिवाली पर ट्रेडिशनल और मॉडर्न ज्वेलरी की नई रेंज, 600 रुपये तक प्रति ग्राम छूट!
- बक्सर का गौरव: आरपीएफ उप निरीक्षक दिनेश चौधरी को मिला भारतीय पुलिस पदक, 36 वर्षों की सेवा का सम्मान
पढ़ा-लिखा ‘बादशाह’ का अपराधी चेहरा
तौसीफ बादशाह ने पटना के सेंट कैरेन्स स्कूल से शिक्षा प्राप्त की और फुलवारी शरीफ में जमीन के कारोबार से जुड़ा रहा। लोग उसे ‘बादशाह’ के नाम से जानते हैं। उसकी इस दोहरी जिंदगी ने इलाके के लोगों को हैरानी में डाल दिया है। एक शिक्षक, सुनील पाठक, कहते हैं, “ऐसा पढ़ा-लिखा लड़का अपराध की दुनिया में कैसे चला गया, यह सोचने की बात है।” पुलिस उसकी आपराधिक गतिविधियों की गहराई से जांच कर रही है।
STF और पुलिस की तेज कार्रवाई
इस हत्याकांड के बाद STF और पटना पुलिस ने संयुक्त अभियान शुरू किया है। राजधानी के कई इलाकों में छापेमारी जारी है, खासकर तौसीफ के संभावित ठिकानों पर। पुलिस अधिकारी का कहना है, “हमने पांचों शूटरों की पहचान कर ली है और जल्द ही बड़ा खुलासा हो सकता है।” स्थानीय निवासी मीना देवी कहती हैं, “अगर पुलिस जल्दी कार्रवाई करे, तो हमें थोड़ी राहत मिलेगी।”
जन संचार भारत विशेष वीडियो
हमारे विशेष वीडियो देखें और डिजिटल इंडिया के बारे में जानें
चंदन मिश्रा का अतीत
चंदन मिश्रा एक कुख्यात अपराधी था, जिसे इस वारदात ने मौत के घाट उतार दिया। उसकी हत्या ने न सिर्फ पुलिस बल्कि आम लोगों में भी डर पैदा कर दिया है। एक युवा, राहुल सिंह, कहते हैं, "ऐसी घटनाएं हमें असुरक्षित महसूस कराती हैं।"
कानून-व्यवस्था की चुनौती
पारस अस्पताल गोलीकांड चंदन मिश्रा तौसीफ बादशाह 2025 ने बिहार की कानून-व्यवस्था पर गहरा सवाल उठाया है। तौसीफ बादशाह जैसे पढ़े-लिखे अपराधी का मास्टरमाइंड होना और पांच शूटरों का बेखौफ होना चिंता का विषय है। STF और पुलिस की तेज कार्रवाई उम्मीद की किरण दिखाती है, लेकिन लोगों को सुरक्षा की सख्त जरूरत है। अगर आप भी इस मुद्दे पर चिंतित हैं, तो इस लेख को दूसरों के साथ साझा करें। हमारी वेबसाइट पर ऐसी खबरों और समाधानों के लिए जुड़े रहें, जहां आपको सच्ची और विश्वसनीय जानकारी मिलेगी।
jansancharbharat.com पर पढ़ें ताजा एंटरटेनमेंट, राष्ट्रीय समाचार (National News), खेल, मनोरंजन, धर्म, लाइस्टाइल, हेल्थ, शिक्षा से जुड़ी हर खबर। ब्रेकिंग न्यूज और हर खबर की अपडेट के लिए जनसंचार भारत को होम पेज पर जोड़ कर अपना अनुभव शानदार बनाएं।
Discover more from Jansanchar Bharat
Subscribe to get the latest posts sent to your email.