बक्सर जिले के चौसा प्रखंड अंतर्गत पवनी पंचायत के महुवारी गांव में भीषण आग (Massive fire in Mahuwari village Buxar) ने रविवार, 11 मई 2025 की रात को भयावह तबाही मचाई। शालिक दुबे के घर में रसोई से शुरू हुई आग ने कुछ ही पलों में पूरे घर को अपनी चपेट में ले लिया। इस हादसे में तीन महिलाएं—छाया दुबे (18), प्रिया दुबे (12), और शांति दुबे—गंभीर रूप से झुलस गईं। बेटी की शादी के लिए जोड़े गए दो लाख रुपये, साल भर का अनाज, तीन मोटरसाइकिल, और एक साइकिल सहित लाखों की संपत्ति जलकर राख हो गई। पूरे गांव में मातम का माहौल है।
बक्सर के चौसा प्रखंड के पवनी पंचायत में स्थित महुवारी गांव में 11 मई 2025 की रात करीब 9 बजे शालिक दुबे के घर में भीषण आग लग गई। यह हादसा उस समय हुआ जब परिवार रसोई में खाना बना रहा था। आग ने इतना विकराल रूप लिया कि परिवार को बाहर निकलने का मौका तक नहीं मिला। इस हादसे ने न केवल शालिक दुबे के परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया, बल्कि पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया।
आग लगने का कारण और नुकसान
घटना रात 9 बजे के आसपास शुरू हुई, जब रसोई में चूल्हे से निकली एक चिंगारी ने घर में रखे सामान को अपनी चपेट में ले लिया। आग इतनी तेजी से फैली कि देखते ही देखते पूरा घर जलकर खाक हो गया। नुकसान में शामिल हैं:
- बेटी की शादी के लिए जोड़े गए दो लाख रुपये नकद।
- साल भर का अनाज, जो परिवार की जीविका का आधार था।
- तीन मोटरसाइकिल और एक साइकिल।
- कीमती कपड़े और अन्य घरेलू सामान।
शालिक दुबे ने भावुक होकर कहा, “बेटी की शादी के लिए एक-एक रुपया जोड़कर रखा था, अब कुछ नहीं बचा। सब कुछ एक पल में खत्म हो गया।” यह हादसा परिवार के लिए आर्थिक और भावनात्मक रूप से विनाशकारी रहा।

घायल महिलाओं की स्थिति
आग की चपेट में आने से तीन महिलाएं गंभीर रूप से झुलस गईं:
- छाया दुबे (18): शालिक दुबे की बेटी, जिसकी शादी की तैयारियां चल रही थीं।
- प्रिया दुबे (12): शालिक की भतीजी, जो इस हादसे में बुरी तरह घायल हुई।
- शांति दुबे: शालिक की भाभी, परिवार की वरिष्ठ सदस्य।
तीनों को तुरंत बक्सर सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज किया गया, इलाज के बाद अब खतरे से बहार है। परिवार और गांव वाले उनकी सलामती और जल्द से जल्द स्वस्थ होने के लिए प्रार्थना कर रहे हैं।
दमकल और ग्रामीणों की कोशिशें
हादसे की सूचना मिलते ही गांव वालों ने बाल्टियों, पाइपों, और उपलब्ध साधनों से आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन आग की लपटें इतनी तेज थीं कि उनके प्रयास नाकाफी साबित हुए। दमकल विभाग को तुरंत सूचित किया गया, जिसने दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। हालांकि, तब तक घर और उसका सारा सामान जलकर राख हो चुका था। ग्रामीणों की एकजुटता और दमकल की मेहनत ने आग को आसपास के घरों तक फैलने से रोका।
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प्रशासन की प्रतिक्रिया
घटना के बाद राजस्व विभाग की कर्मचारी आरती कुमारी ने घटनास्थल का दौरा किया और नुकसान का आकलन किया। उन्होंने शालिक दुबे के परिवार को तत्काल राहत राशि और अन्य सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि परिवार को आर्थिक सहायता के साथ-साथ बेटी की शादी के लिए विशेष सहयोग दिया जाए। जिला प्रशासन ने पीड़ित परिवार की स्थिति को गंभीरता से लेते हुए जल्द कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।
महुवारी गांव बक्सर में भीषण आग ने शालिक दुबे के परिवार को पूरी तरह तबाह कर दिया। तीन महिलाओं का गंभीर रूप से झुलसना और बेटी की शादी के लिए जोड़ी गई पूंजी का जलना इस हादसे को और दुखद बनाता है। यह घटना ग्रामीण क्षेत्रों में अग्नि सुरक्षा उपायों की कमी और त्वरित दमकल सेवाओं की आवश्यकता को उजागर करती है। प्रशासन के आश्वासनों के बावजूद, परिवार के सामने अब आर्थिक और भावनात्मक पुनर्वास की बड़ी चुनौती है। गांव वालों और सामाजिक संगठनों से अपील की जा रही है कि वे इस परिवार की मदद के लिए आगे आएं।
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