बिहार के बक्सर जिले में वीर कुंवर सिंह सेतु पर शुक्रवार रात 9 बजे एक दिल दहलाने वाला हादसा हुआ। एक तेज रफ्तार स्कॉर्पियो, जिसकी गति 100 किमी/घंटा से अधिक थी, अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकराई और रेलिंग तोड़ते हुए गंगा नदी की गहराइयों में समा गई। SDRF (राज्य आपदा मोचन बल) और स्थानीय गोताखोरों ने चार घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद दो क्रेनों की मदद से गाड़ी को नदी से निकाला। गाड़ी से सिमरी प्रखंड के दुल्लहपुर निवासी संजय सिंह के 22 वर्षीय पुत्र झामु सिंह का शव बरामद हुआ, जबकि हर्ष सिंह (22) का मोबाइल फोन मिलने से उनकी मौजूदगी की पुष्टि हुई, लेकिन उनका कोई सुराग नहीं मिला।

हादसा: स्कॉर्पियो गंगा में समाई
20 जून 2025 को रात 9:00 बजे, वीर कुंवर सिंह सेतु पर उत्तर प्रदेश से बिहार की ओर आ रही एक स्कॉर्पियो अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकराई। इसके बाद, गाड़ी हवा में लहराते हुए रेलिंग तोड़कर गंगा नदी में जा गिरी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, गाड़ी की रफ्तार 100 किमी/घंटा से अधिक थी, और टक्कर इतनी जोरदार थी कि 15 फीट रेलिंग टूट गई। स्थानीय लोगों का अनुमान है कि गाड़ी में 4-5 लोग सवार थे, लेकिन अभी तक केवल दो व्यक्तियों का सुराग मिला है। हादसे ने बक्सर और दुल्लहपुर में शोक की लहर दौड़ा दी।
रेस्क्यू ऑपरेशन: झामु सिंह का शव बरामद
हादसे की सूचना मिलते ही SDRF, NDRF, और स्थानीय गोताखोरों की टीमें मौके पर पहुँचीं। चार घंटे के कठिन अभियान के बाद, दो क्रेनों की मदद से स्कॉर्पियो को गंगा से निकाला गया। गाड़ी से दुल्लहपुर निवासी संजय सिंह के पुत्र झामु सिंह (22) का शव बरामद हुआ। उसे तुरंत सदर अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। SP शुभम आर्य ने पुष्टि की कि गाड़ी में कम से कम दो लोग सवार थे। गंगा की गहराई और तेज बहाव ने रेस्क्यू को चुनौतीपूर्ण बना दिया।
हर्ष सिंह की तलाश: मोबाइल फोन सुराग
स्कॉर्पियो से दो मोबाइल फोन बरामद हुए, जिनमें से एक हर्ष सिंह (22) का था। इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि वह भी गाड़ी में सवार थे। हालांकि, उनका शव या कोई अन्य सुराग अभी तक नहीं मिला। SDRF ने गोताखोरों और नावों की संख्या बढ़ाकर तलाश तेज कर दी है। SP शुभम आर्य ने कहा, “हर्ष सिंह की तलाश जारी है। हम यह मान रहे हैं कि वह गाड़ी में थे, लेकिन नदी के बहाव में कहीं और जा सकते हैं।” परिवार और स्थानीय लोग उनकी सलामती की दुआ कर रहे हैं।
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प्रशासन की त्वरित कार्रवाई
हादसे की खबर मिलते ही DM विद्यानंद सिंह और SP शुभम आर्य घटनास्थल पर पहुँचे और रेस्क्यू ऑपरेशन की निगरानी की। DM ने कहा, “सूचना मिलते ही हमने SDRF और पुलिस को तैनात किया। हर संभव कोशिश की जा रही है।” SP ने बताया कि गाड़ी में कम से कम दो लोग थे, और अन्य सवारियों की संख्या की जांच की जा रही है। सदर अनुमंडल पदाधिकारी अविनाश कुमार, सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी धीरज कुमार, डुमराँव अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी आफाक अख्तर अंसारी, अंचलाधिकारी प्रशांत शांडिल्य, नगर थानाध्यक्ष मनोज कुमार सिंह, औद्योगिक थानाध्यक्ष संजय कुमार, और नया भोजपुर थानाध्यक्ष मनीष कुमार समेत भारी पुलिस बल मौके पर मौजूद रहा। प्रशासन ने भीड़ से रेस्क्यू में सहयोग करने की अपील की।
प्रत्यक्षदर्शियों का बयान: तेज रफ्तार का कहर
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि स्कॉर्पियो उत्तर प्रदेश से तेज रफ्तार में आ रही थी। एक स्थानीय ने कहा, “गाड़ी इतनी तेज थी कि डिवाइडर से टकराने के बाद हवा में उछली और रेलिंग तोड़कर गंगा में गिरी।” लोगों ने हादसे की भयावहता का जिक्र किया और तेज रफ्तार को प्रमुख कारण बताया। कुछ ने रेलिंग की कमजोरी और सेतु पर स्पीड लिमिट साइनेज की कमी पर सवाल उठाए।
सेतु की सुरक्षा पर सवाल
वीर कुंवर सिंह सेतु, जो बिहार और उत्तर प्रदेश को जोड़ता है, पहले भी हादसों का गवाह रहा है। दिसंबर 2024 में एक ट्रक और ट्रैक्टर की टक्कर में तीन लोगों की मौत हुई थी। इसके अलावा, 2024 में कई आत्महत्या की घटनाएँ भी सामने आई थीं। इस हादसे ने रेलिंग की कमजोरी, स्पीड लिमिट साइनेज की कमी, और CCTV निगरानी के अभाव को फिर उजागर किया। स्थानीय निवासी सुरक्षा उपायों को मजबूत करने की माँग कर रहे हैं, जैसे मजबूत रेलिंग, गति नियंत्रक, और नियमित निरीक्षण।
वीर कुंवर सिंह सेतु पर स्कॉर्पियो हादसे ने दुल्लहपुर के परिवारों को गहरे शोक में डुबो दिया। झामु सिंह की मौत ने उनके परिजनों को तोड़कर रख दिया, जो घटनास्थल पर रोते-बिलखते देखे गए। हर्ष सिंह और संभावित अन्य सवारियों की तलाश में SDRF और पुलिस की टीमें गंगा की गहराइयों में जुटी हैं। यह हादसा तेज रफ्तार और सेतु की सुरक्षा खामियों को उजागर करता है। प्रशासन ने हादसे की जांच शुरू कर दी है, जिसमें ड्राइवर की स्थिति, गाड़ी की रफ्तार, और रेलिंग की गुणवत्ता पर ध्यान दिया जा रहा है। बक्सर और दुल्लहपुर के लोग मृतक के लिए शोक और लापता लोगों की सलामती की दुआ कर रहे हैं।
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