बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों के बीच बक्सर में BSP की समीक्षा बैठक में बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) के नेताओं ने जिले के चारों विधायकों और सांसद पर तीखे हमले किए। गुरुवार को आयोजित इस बैठक में बीएसपी के प्रदेश प्रभारी अनिल कुमार सिंह ने जनप्रतिनिधियों की संपत्ति जांच की मांग उठाई, दावा किया कि 5 साल में नेताओं ने 25 करोड़ से अधिक की संपत्ति अर्जित की। उन्होंने बक्सर की चारों विधानसभा सीटों पर जीत का दावा करते हुए कहा कि बीएसपी इस बार जीत का चौका लगाएगी।
बक्सर में BSP की समीक्षा बैठक: अवलोकन
अक्टूबर 2025 में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव से पहले बक्सर में राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। गुरुवार को आयोजित बक्सर बीएसपी समीक्षा बैठक में पार्टी के प्रदेश प्रभारी अनिल कुमार सिंह ने जिले के चारों विधानसभा सीटों—बक्सर, डुमराँव, राजपुर, और रामगढ़—पर उम्मीदवार उतारने की घोषणा की। बैठक में बीएसपी नेताओं ने मौजूदा जनप्रतिनिधियों के खिलाफ भ्रष्टाचार और वादाखिलाफी के आरोप लगाए, साथ ही जनता से बदलाव का आह्वान किया। बीएसपी का दावा है कि वह बक्सर में इस बार सभी सीटों पर जीत हासिल करेगी।
नेताओं की संपत्ति पर सवाल
बीएसपी नेता अनिल कुमार सिंह ने बक्सर के विधायकों और सांसद पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने दावा किया कि पिछले 5 साल में इन जनप्रतिनिधियों ने 25 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति अर्जित की है। कुछ ने पेट्रोल पंप, अस्पताल, और मॉल बनाए, तो कुछ ने बड़े पैमाने पर जमीन खरीदी। अनिल कुमार सिंह ने मांग की कि इनकी संपत्ति की जांच की जाए, ताकि जनता के सामने उनके काले कारनामे उजागर हो सकें। यह आरोप बिहार की राजनीति में नेताओं की संपत्ति और आय के स्रोतों पर लंबे समय से चली आ रही बहस को और हवा देता है।

किसानों की तंगहाली और नेताओं की लग्जरी
बैठक में बीएसपी नेताओं ने बक्सर के किसानों की दुर्दशा पर प्रकाश डाला। अनिल कुमार सिंह ने कहा कि 78 साल बाद भी किसान भूख और गरीबी से जूझ रहे हैं, जबकि नेता लग्जरी वाहनों में घूम रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ नेताओं ने किसानों की जमीन हड़पने में भूमिका निभाई, लेकिन अब चुनाव नजदीक आने पर वे किसानों के हितैषी बनने का ढोंग कर रहे हैं। बक्सर की धूल भरी सड़कों पर नेताओं की महंगी गाड़ियां और फूल-मालाओं से सजे काफिले जनता के बीच चर्चा का विषय बने हुए हैं।
चुनावी वादों का सच
बीएसपी नेताओं ने बक्सर के जनप्रतिनिधियों के चुनावी वादों की पोल खोली। एक घटना का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि एक विधायक की गाड़ी उनके ही दावा किए “पेरिस जैसे” सड़क पर कीचड़ में फंस गई, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। बक्सर, डुमराँव, और अन्य क्षेत्रों में सड़कें बारिश की कुछ बूंदों में ही कीचड़मय हो जाती हैं, जिससे जनता को भारी परेशानी होती है। बीएसपी ने दावा किया कि न तो विधायकों ने और न ही सांसद ने अपने वादे पूरे किए, जिससे जनता तंगहाली का सामना कर रही है।
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बीएसपी की रणनीति और दावा
बक्सर में बीएसपी की रणनीति स्पष्ट है—बिना गठबंधन के सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ना और बक्सर की चारों सीटों पर जीत हासिल करना। अनिल कुमार सिंह ने कहा कि बीएसपी की ताकत उसका समाज और जमीन से जुड़ाव है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से गांव-गांव जाकर जनता को जागरूक करने का आह्वान किया। बीएसपी ने हाल के उपचुनावों में रामगढ़ सीट पर अच्छा प्रदर्शन किया था, जहां उनका उम्मीदवार दूसरे स्थान पर रहा। इस प्रदर्शन से उत्साहित बीएसपी अब पूरे जोश के साथ 2025 के चुनाव में उतर रही है।
बक्सर बीएसपी समीक्षा बैठक ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले जिले की सियासी हलचल को तेज कर दिया है। बीएसपी के नेताओं ने संपत्ति जांच की मांग और जनता की तंगहाली को प्रमुख मुद्दा बनाकर मौजूदा जनप्रतिनिधियों को घेरने की कोशिश की है। बक्सर की चारों सीटों पर जीत का दावा करने वाली बीएसपी की रणनीति कितनी कारगर होगी, यह अक्टूबर 2025 में होने वाले चुनाव के नतीजों पर निर्भर करेगा। जनता के बीच बढ़ती नाराजगी और नेताओं की लग्जरी जीवनशैली पर सवाल बीएसपी के लिए अवसर हो सकते हैं, लेकिन उसे जमीनी स्तर पर मजबूत संगठन बनाना होगा। देखना होगा कि बक्सर की जनता इस बार किसे जीत का सेहरा सजाती है।
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