2005 से पहले पटना अपनी खस्ताहाल सड़कों और गड्ढों के लिए बदनाम था। यात्रा की दूरी किलोमीटर में नहीं, बल्कि घंटों में मापी जाती थी। खराब सड़कें और कनेक्टिविटी की कमी ने न केवल लोगों को परेशान किया, बल्कि बिहार की अर्थव्यवस्था पर भी नकारात्मक प्रभाव डाला। लेकिन नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार नीतीश कुमार सरकार पटना सड़क परियोजनाएं लागत उद्घाटन 2005-2025 ने शहर का चेहरा बदल दिया। पिछले चार वर्षों में 9200 करोड़ रुपये की लागत से आधा दर्जन से अधिक शानदार सड़कों, एलिवेटेड रोड, फ्लाईओवर, और ओवरब्रिज का उद्घाटन हुआ, जिसने पटना को एक आधुनिक और सुगम शहर में बदल दिया। इस लेख में हम नीतीश सरकार की प्रमुख सड़क परियोजनाओं, उनकी लागत, उद्घाटन, और प्रभाव का विश्लेषण करेंगे।

पटना की सड़कों का अतीत: खस्ताहाल से कायापलट तक
2005 से पहले पटना की सड़कें बदहाल थीं। गड्ढों और खराब कनेक्टिविटी के कारण यात्रा समय लेने वाली और तनावपूर्ण थी। यह न केवल दैनिक यात्रियों के लिए परेशानी थी, बल्कि व्यापार, स्वास्थ्य सेवाओं, और शिक्षा तक पहुँच को भी प्रभावित करती थी। नीतीश कुमार के नवंबर 2005 में सत्ता संभालने के बाद सड़क बुनियादी ढांचे पर विशेष ध्यान दिया गया, जिसने पटना को एक आधुनिक शहर में बदल दिया।
नीतीश कुमार का विजन: 2005 से शुरू हुआ बदलाव
नीतीश कुमार ने सड़क नेटवर्क को बिहार की प्रगति का आधार माना। 2005 में बिहार में सड़कों की कुल लंबाई 14,468 किमी थी, जो 2025 तक बढ़कर 26,000 किमी हो गई। इसमें राष्ट्रीय राजमार्ग (3,629 किमी से 6,147 किमी), राज्य राजमार्ग (2,382 किमी से 3,638 किमी), और प्रमुख जिला सड़कें (8,457 किमी से 16,296 किमी) शामिल हैं। नीतीश कुमार की सरकार ने न केवल सड़कों की संख्या बढ़ाई, बल्कि उनकी गुणवत्ता और कनेक्टिविटी को भी बेहतर किया, जिसका सबसे बड़ा उदाहरण पटना की सड़क परियोजनाएं हैं।
प्रमुख सड़क परियोजनाएं: लागत और उद्घाटन
नीतीश कुमार सरकार ने 9200 करोड़ रुपये की लागत से कई महत्वपूर्ण सड़क परियोजनाओं को पूरा किया। इनका उद्घाटन 2021 के बाद हुआ, लेकिन अधिकांश की नींव 5-6 साल पहले रखी गई थी। यहाँ प्रमुख परियोजनाओं का विवरण है:
परियोजना का नाम | लागत (करोड़ रुपये) | शिलान्यास | उद्घाटन | विवरण |
---|---|---|---|---|
जेपी गंगा पथ (मरीन ड्राइव) | 3831 | अक्टूबर 2013 | जून 2022 (पहला चरण), अप्रैल 2025 (अंतिम चरण) | 20.5 किमी लंबा, दीघा से दीदारगंज तक, रिवरफ्रंट सैरगाह और फूड कोर्ट के साथ। |
अटल पथ | 297 | 2019 | जनवरी 2021 | 6.5 किमी, आर-ब्लॉक से दीघा तक, दैनिक यात्रियों के लिए सुगम कनेक्टिविटी। |
लोहिया पथ चक्र | 391 | फरवरी 2016 | अक्टूबर 2023 | बेली रोड पर मल्टी-जंक्शन इंटरचेंज, शहर के मध्य में यातायात व्यवस्थित। |
डबल डेकर फ्लाईओवर (अशोक राजपथ) | 422 | जनवरी 2022 | 11 जून 2025 | 2.2 किमी, करगिल चौक से साइंस कॉलेज, 5-10 मिनट में यात्रा। |
मीठापुर-महुली एलिवेटेड रोड | 1105 | सितंबर 2020 | 16 जून 2025 | 8.86 किमी, भूपतिपुर से पुनपुन (NH-83), गया और जहानाबाद तक कनेक्टिविटी। |
कच्छी दरगाह-बिदुपुर 6-लेन गंगा ब्रिज | 4988 | अगस्त 2015 | 23 जून 2025 | 9.76 किमी, भारत का सबसे लंबा केबल-स्टे ब्रिज, राघोपुर को साल भर कनेक्टिविटी। |
दानापुर-बिहटा एलिवेटेड रोड | 3131.5 | मार्च 2024 | 2026 (अपेक्षित) | 21 किमी, पटना-आरा-बक्सर कनेक्टिविटी, बिहटा हवाई अड्डे तक पहुँच। |
मंदिरी नाला सड़क | उपलब्ध नहीं | उपलब्ध नहीं | 2025 के अंत तक (अपेक्षित) | 1.2 किमी, लगभग पूर्ण, जल्द उद्घाटन। |
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निर्माणाधीन परियोजनाएं: भविष्य की कनेक्टिविटी
नीतीश सरकार की कुछ महत्वपूर्ण परियोजनाएँ अभी निर्माणाधीन हैं, जो बिहार की कनेक्टिविटी को और बेहतर करेंगी:
- दानापुर-बिहटा एलिवेटेड रोड:
- मंदिरी नाले पर सड़क:
- लागत: उपलब्ध नहीं
- अपेक्षित उद्घाटन: 2025 के अंत तक
- विवरण: 1.2 किमी लंबी यह सड़क लगभग पूरी हो चुकी है और जल्द ही जनता के लिए खुल सकती है।
सामाजिक और आर्थिक प्रभाव
इन परियोजनाओं ने न केवल पटना की यातायात व्यवस्था को सुधारा, बल्कि सामाजिक और आर्थिक विकास को भी बढ़ावा दिया। जेपी गंगा पथ ने उत्तर बिहार से पटना आने वाले लोगों के लिए पटना मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (PMCH) और AIIMS पटना तक पहुँच को आसान बनाया। कच्छी दरगाह-बिदुपुर ब्रिज ने राघोपुर जैसे बाढ़-प्रभावित क्षेत्रों को साल भर कनेक्टिविटी प्रदान की, जिससे कृषि, व्यापार, और उद्योग को बढ़ावा मिला। गंगा पथ का रिवरफ्रंट एक लोकप्रिय पिकनिक स्थल बन गया है, जो पर्यटन और स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा दे रहा है। इसके अलावा, इन सड़कों ने रोजगार सृजन, व्यापार में वृद्धि, और शहरी गतिशीलता को बढ़ाया है।
पटना का नया चेहरा, बिहार का गर्व
बिहार नीतीश कुमार सरकार पटना सड़क परियोजनाएं लागत उद्घाटन 2005-2025 ने पटना को एक आधुनिक, सुगम, और कनेक्टेड शहर में बदल दिया है। 9200 करोड़ रुपये की लागत से बने जेपी गंगा पथ, अटल पथ, डबल डेकर फ्लाईओवर, और कच्छी दरगाह-बिदुपुर ब्रिज जैसे प्रोजेक्ट्स ने न केवल यातायात को सुधारा, बल्कि बिहार के सामाजिक-आर्थिक विकास को भी नई दिशा दी। नीतीश कुमार का विजन और उनकी सरकार की मेहनत ने बिहार को गर्व करने लायक बनाया है। भविष्य में दानापुर-बिहटा रोड और अन्य परियोजनाएँ इस बदलाव को और तेज करेंगी।
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