भारतीय सेना में शामिल होने का सपना हर उस युवा के दिल में होता है जो देश की सेवा करना चाहता है। सरकार की अग्निपथ योजना ने इस सपने को साकार करने का एक नया रास्ता खोला है। 2025 में इस योजना के तहत भर्ती होने वाले अग्निवीरों को न केवल आकर्षक सैलरी मिलेगी, बल्कि कई अन्य सुविधाएं भी दी जाएंगी जो उनके करियर और भविष्य को बेहतर बनाएंगी। अगर आप भी भारतीय सेना में अग्निवीर बनने की सोच रहे हैं, तो यह लेख आपके लिए है। यहां हम आपके सभी सवालों के जवाब आसान और स्पष्ट भाषा में दे रहे हैं, ताकि आपको अग्निपथ योजना की पूरी जानकारी मिले।

अग्निपथ योजना क्या है?
अग्निपथ योजना भारत सरकार द्वारा 14 जून 2022 को शुरू की गई एक क्रांतिकारी पहल है, जिसके तहत युवाओं को भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना में चार साल के लिए भर्ती किया जाता है। इस योजना के तहत भर्ती होने वाले सैनिकों को अग्निवीर कहा जाता है। इसका उद्देश्य सेना को युवा, ऊर्जावान और आधुनिक बनाने के साथ-साथ युवाओं को देश सेवा का अवसर प्रदान करना है।
सवाल 1: अग्निपथ योजना कब शुरू हुई थी?
जवाब: अग्निपथ योजना की शुरुआत 14 जून 2022 को हुई थी। यह योजना सितंबर 2022 से लागू की गई और तब से यह युवाओं के लिए सेना में भर्ती का एक नया रास्ता बन चुकी है।
सवाल 2: इस योजना के तहत सेना में कैसे भर्ती होती है?
जवाब:
अग्निपथ योजना के तहत 17.5 से 21 वर्ष की आयु के युवा भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना में भर्ती हो सकते हैं। भर्ती प्रक्रिया में निम्नलिखित चरण शामिल हैं:
- ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन: उम्मीदवारों को भारतीय सेना की आधिकारिक वेबसाइट (joinindianarmy.nic.in) या संबंधित सेना के पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करना होता है।
- लिखित परीक्षा: इसमें सामान्य ज्ञान, गणित, और अंग्रेजी जैसे विषयों पर आधारित प्रश्न होते हैं।
- शारीरिक परीक्षा: इसमें दौड़, पुश-अप्स, और अन्य शारीरिक गतिविधियों का टेस्ट होता है।
- मेडिकल टेस्ट: उम्मीदवारों को सेना के चिकित्सा मानकों को पूरा करना होता है।
- मेरिट लिस्ट: सभी टेस्ट पास करने के बाद मेरिट के आधार पर अंतिम चयन किया जाता है।
इसके बाद, चयनित उम्मीदवारों को 6 महीने की कठिन सैन्य ट्रेनिंग दी जाती है, जो चार साल के कार्यकाल का हिस्सा होती है।
सवाल 3: चार साल बाद अग्निवीरों का क्या होता है?
जवाब:
चार साल की सेवा पूरी होने के बाद, कुल अग्निवीरों में से 25% को उनकी योग्यता और प्रदर्शन के आधार पर भारतीय सेना में स्थायी रूप से भर्ती किया जाता है। ये अग्निवीर नियमित सैनिकों की तरह पेंशन और अन्य सुविधाएं पाने के हकदार होते हैं। बाकी 75% अग्निवीरों को सेवा समाप्ति पर एक सेवा निधि पैकेज और स्किल सर्टिफिकेट दिया जाता है, जो उन्हें सिविल क्षेत्रों में रोजगार पाने में मदद करता है।
सवाल 4: अग्निवीरों को कितनी सैलरी मिलती है?
जवाब:
अग्निवीरों को चार साल के कार्यकाल के दौरान आकर्षक सैलरी पैकेज दिया जाता है, जो हर साल बढ़ता है। सैलरी का विवरण इस प्रकार है:

- पहला वर्ष: सालाना 4.76 लाख रुपये (लगभग 30,000 रुपये प्रति माह)।
- दूसरा वर्ष: सालाना 5.28 लाख रुपये (लगभग 33,000 रुपये प्रति माह)।
- तीसरा वर्ष: सालाना 5.82 लाख रुपये (लगभग 36,500 रुपये प्रति माह)।
- चौथा वर्ष: सालाना 6.92 लाख रुपये (लगभग 40,000 रुपये प्रति माह)।
इसके अलावा, अग्निवीरों को जोखिम और कठिनाई भत्ते (Risk and Hardship Allowances) भी मिलते हैं, जो उनकी तैनाती के स्थान पर निर्भर करते हैं, जैसे कि कश्मीर या अन्य संवेदनशील क्षेत्र।
सवाल 5: अग्निवीरों की सैलरी से क्या कोई पैसा कटता है?
जवाब:
हां, अग्निवीरों की मासिक सैलरी का 30% हिस्सा सेवा निधि फंड में जमा किया जाता है। सरकार भी इस फंड में बराबर राशि (30%) का योगदान देती है। उदाहरण के लिए:
- अगर पहले साल में सैलरी 30,000 रुपये प्रति माह है, तो 9,000 रुपये कटते हैं।
- सरकार भी 9,000 रुपये का योगदान देती है।
- इस तरह, हर महीने 18,000 रुपये सेवा निधि फंड में जमा होते हैं।
चार साल की सेवा के बाद, यह राशि ब्याज सहित लगभग 11.71 लाख रुपये हो जाती है, जो पूरी तरह कर-मुक्त होती है।
सवाल 6: हाथ में कितनी सैलरी आती है (इन-हैंड सैलरी)?
जवाब:
सेवा निधि फंड में कटौती के बाद अग्निवीरों को हर महीने निम्नलिखित सैलरी मिलती है:
- पहला वर्ष: 21,900 रुपये
- दूसरा वर्ष: 23,100 रुपये
- तीसरा वर्ष: 25,550 रुपये
- चौथा वर्ष: 28,000 रुपये
यह सैलरी जोखिम भत्ते और अन्य सुविधाओं को छोड़कर है। अतिरिक्त भत्तों के साथ यह राशि और बढ़ सकती है।
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सवाल 7: अग्निवीरों को और कौन-सी खास सुविधाएं मिलती हैं?
जवाब:
अग्निवीरों को सैलरी के अलावा कई अन्य लाभ और सुविधाएं मिलती हैं, जो उन्हें आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त बनाती हैं:
- जीवन बीमा: हर अग्निवीर को 48 लाख रुपये का गैर-अंशदायी जीवन बीमा प्रदान किया जाता है। इसका मतलब है कि इसके लिए उन्हें कोई प्रीमियम नहीं देना पड़ता।
- मृत्यु के मामले में सहायता: अगर सेवा के दौरान किसी अग्निवीर की मृत्यु होती है, तो उनके परिवार को 44 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाती है। इसके अलावा, सेवा निधि फंड की पूरी राशि (ब्याज सहित) भी परिवार को मिलती है।
- स्किल सर्टिफिकेट: चार साल की सेवा के बाद, अग्निवीरों को उनकी योग्यता के आधार पर एक स्किल सर्टिफिकेट दिया जाता है। यह सर्टिफिकेट सिविल क्षेत्रों में रोजगार पाने में मदद करता है, जैसे कि सुरक्षा सेवाओं, कॉर्पोरेट नौकरियों, और अन्य क्षेत्रों में।
- प्रशिक्षण और अनुशासन: अग्निवीरों को 31 सप्ताह की कठिन सैन्य ट्रेनिंग दी जाती है, जिसमें ड्राइवर, गनर, रेडियो ऑपरेटर, और तकनीकी सहायक जैसे कौशल शामिल हैं। यह प्रशिक्षण उन्हें जीवन भर अनुशासित और आत्मनिर्भर बनाता है।
सवाल 8: अगर सेवा के दौरान कोई अग्निवीर दिव्यांग हो जाए तो क्या होता है?
जवाब:
अगर कोई अग्निवीर सेवा के दौरान किसी दुर्घटना या युद्ध में दिव्यांग हो जाता है, तो उसे मेडिकल अथॉरिटीज द्वारा तय की गई दिव्यांगता के प्रतिशत के आधार पर मुआवजा दिया जाता है। यह मुआवजा निम्नलिखित हो सकता है:
- 100% दिव्यांगता: 44 लाख रुपये तक।
- 60% से 99% दिव्यांगता: 25 लाख रुपये तक।
- 20% से 59% दिव्यांगता: 15 लाख रुपये तक।
इसके अलावा, सेवा निधि फंड की पूरी राशि भी दी जाती है, जो उनके और उनके परिवार के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करती है।
अग्निवीर बनने का करियर पथ
अग्निपथ योजना न केवल सेना में सेवा का अवसर देती है, बल्कि युवाओं को भविष्य में एक मजबूत करियर बनाने का रास्ता भी दिखाती है। चार साल की सेवा के बाद:
- स्थायी सैनिक बनने का मौका: 25% अग्निवीरों को उनकी योग्यता और प्रदर्शन के आधार पर सेना में स्थायी कैडर में शामिल किया जाता है। ये सैनिक नियमित सैनिकों की तरह पेंशन, चिकित्सा सुविधाएं, और अन्य लाभ पाते हैं।
- सिविल क्षेत्र में अवसर: बाकी 75% अग्निवीरों को सेवा निधि पैकेज (11.71 लाख रुपये) और स्किल सर्टिफिकेट मिलता है। यह उन्हें निजी सुरक्षा कंपनियों, कॉर्पोरेट क्षेत्र, और अन्य सरकारी नौकरियों में रोजगार पाने में मदद करता है।
- आत्मविश्वास और अनुशासन: सेना की ट्रेनिंग अग्निवीरों में नेतृत्व, टीमवर्क, और अनुशासन जैसे गुण विकसित करती है, जो जीवन के हर क्षेत्र में काम आते हैं।
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अग्निपथ योजना 2025 उन युवाओं के लिए एक सुनहरा अवसर है जो देश की सेवा करने के साथ-साथ एक सम्मानजनक करियर बनाना चाहते हैं। आकर्षक सैलरी, जीवन बीमा, सेवा निधि पैकेज, और स्किल सर्टिफिकेट जैसी सुविधाएं इस योजना को और भी खास बनाती हैं। अगर आप 17.5 से 21 साल के बीच हैं और भारतीय सेना में अग्निवीर बनने का सपना देखते हैं, तो यह आपके लिए सही समय है। अभी भारतीय सेना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर रजिस्ट्रेशन करें और अपने करियर की शुरुआत करें।
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