Banner Ads

अदफा OBC बालिका आवासीय विद्यालय बक्सर: निर्माण में देरी, DM ने दिए सख्त निर्देश!

Adfa OBC Girls School Buxar 2025
Advertisements
Join Now
Subscribe

अदफा OBC बालिका आवासीय विद्यालय बक्सर के निर्माण कार्य का निरीक्षण 14 मई 2025 को जिला पदाधिकारी श्री अंशुल अग्रवाल ने किया। डुमराँव प्रखंड में 47.47 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे 520 शैय्या वाले इस विद्यालय का निर्माण कार्य धीमा पाया गया। जिला पदाधिकारी ने सहायक अभियंता, भवन प्रमंडल डुमराँव को निर्माण में देरी के लिए संवेदक पर जुर्माना लगाने और 31 मई 2025 तक मुख्य भवन और एक छात्रावास का कार्य पूरा करने का सख्त निर्देश दिया।

अदफा OBC बालिका आवासीय विद्यालय: परियोजना अवलोकन

बिहार के पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के तहत डुमराँव प्रखंड के अदफा में 520 शैय्या वाला अदफा OBC बालिका आवासीय विद्यालय बक्सर निर्माणाधीन है। 47.47 करोड़ रुपये की लागत से बन रहा यह विद्यालय कक्षा 6 से 12 तक की पिछड़ा और अति पिछड़ा वर्ग की बालिकाओं को मुफ्त शिक्षा, आवास, भोजन, और अन्य सुविधाएं प्रदान करेगा। विद्यालय में पोशाक और किताबों के लिए राशि डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से दी जाएगी।

Join Now
Advertisements

निरीक्षण के दौरान पाई गई कमियां

जिला पदाधिकारी श्री अंशुल अग्रवाल ने निरीक्षण के दौरान पाया कि विद्यालय के भवन निर्माण कार्य में अपेक्षित प्रगति नहीं हुई है। प्रशासनिक भवन, छात्रावास, और अन्य सुविधाओं का निर्माण धीमा चल रहा है। इस देरी के लिए संवेदक को जिम्मेदार ठहराते हुए, जिला पदाधिकारी ने सहायक अभियंता, भवन प्रमंडल डुमराँव को निर्देश दिया कि देरी के समानुपात में संवेदक की राशि में कटौती की जाए। यह कदम निर्माण कार्य में जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया।

Advertisements
Advertisements

DM के सख्त निर्देश

निरीक्षण के दौरान जिला पदाधिकारी ने निर्माण कार्य को गति देने के लिए निम्नलिखित निर्देश जारी किए:

Advertisements
  • 31 मई 2025 तक प्रशासनिक भवन और एक छात्रावास का निर्माण पूरा कर जिला पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण पदाधिकारी को हस्तांतरित करें।
  • उक्त तिथि तक बेंच, डेस्क, और अन्य आवश्यक उपकरण उपलब्ध कराएं।
  • शेष भवनों का निर्माण 30 जून 2025 तक पूरा करें।
  • जिला पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण पदाधिकारी और अनुमंडल पदाधिकारी डुमराँव नियमित निरीक्षण करें।

इन निर्देशों का पालन सुनिश्चित करने के लिए जिला प्रशासन ने एक निगरानी तंत्र स्थापित करने का निर्णय लिया है।

Follow Us
Advertisements

विद्यालय का महत्व और सुविधाएं

अदफा OBC बालिका आवासीय विद्यालय बक्सर जिले के पिछड़ा और अति पिछड़ा वर्ग की बालिकाओं के लिए एक क्रांतिकारी पहल है। इस विद्यालय के संचालन से:

Advertisements
  • 520 बालिकाएं मुफ्त आवासीय शिक्षा प्राप्त करेंगी।
  • कक्षा 6 से 12 तक की पढ़ाई आधुनिक सुविधाओं के साथ होगी।
  • पोशाक, किताबें, और अन्य संसाधनों के लिए DBT के माध्यम से वित्तीय सहायता मिलेगी।
  • ग्रामीण क्षेत्रों की बालिकाओं को उच्च शिक्षा और आत्मनिर्भरता का अवसर मिलेगा।

यह विद्यालय बिहार सरकार की समावेशी शिक्षा नीति का हिस्सा है, जो सामाजिक रूप से वंचित समुदायों की बालिकाओं को सशक्त बनाने पर केंद्रित है।

Advertisements

वर्तमान स्थिति और भविष्य की योजना

वर्तमान में, अदफा OBC बालिका आवासीय विद्यालय अस्थायी रूप से महदह के अति पिछड़ा आवासीय कन्या छात्रावास में संचालित हो रहा है, जहां कक्षा 6 से 9 तक की पढ़ाई हो रही है। सत्र 2025-26 के लिए कक्षा 6 से 10 तक का नामांकन पूरा हो चुका है। निर्माण कार्य पूरा होने के बाद, विद्यालय अपने स्थायी परिसर में स्थानांतरित होगा, जहां कक्षा 12 तक की पढ़ाई शुरू होगी।

Advertisements

जिला प्रशासन ने निर्माण कार्य की प्रगति पर नजर रखने के लिए नियमित समीक्षा बैठकें आयोजित करने की योजना बनाई है। अनुमंडल पदाधिकारी डुमराँव और जिला कल्याण पदाधिकारी को मासिक प्रगति रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है।

Book Your Ads With Jansanchar Bharat

अदफा OBC बालिका आवासीय विद्यालय बक्सर बिहार के शिक्षा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो पिछड़ा और अति पिछड़ा वर्ग की बालिकाओं को सशक्त बनाने की दिशा में काम करेगा। जिला पदाधिकारी श्री अंशुल अग्रवाल के सख्त निर्देशों और निगरानी से यह परियोजना जल्द ही गति पकड़ेगी। यह विद्यालय न केवल बक्सर की बालिकाओं के लिए शिक्षा का नया द्वार खोलेगा, बल्कि सामाजिक समावेशन और लैंगिक समानता को भी बढ़ावा देगा। बिहार सरकार की इस पहल से ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा का स्तर ऊंचा होगा।


Discover more from Jansanchar Bharat

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

You cannot copy content of this page

Discover more from Jansanchar Bharat

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading